12/13/2025

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दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए 33 करोड़ में बन रही बिल्डिंग

पांच एकड़ भूमि में दिसंबर 2025 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य

छतरपुर। दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए गठेवरा रोड पर फोर लाइन के पास पांच एकड़ भूमि में 33 करोड़ की लागत से बहुमंजिला बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसका निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने विधानसभा चुनाव के पहले विगत 6 अक्टूबर 2023 को इसका शिलान्यास किया था।

देश के 22 सेंटरों में एक छतरपुर में

गौरतलब है कि छतरपुर जिले को यह समेकित क्षेत्रीय विकास, पुनर्वास एवम दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (सीआरसी) की यह सौगात डॉ वीरेंद्र कुमार ने ही दी है। देशभर में सीआरसी के केवल 22 सेंटर हैं, छतरपुर भी उसी में शामिल है। इसमें दिव्यांगों को हर तरह की सुविधाएं मसलन मेडिकल सुविधा के साथ शैक्षणिक, व्यावसायिक प्रशिक्षण, व्यवहार परिमार्जन और सहायक उपकरण भी मिल सकेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत यह सेंटर छतरपुर में पिछले साल महल की बिल्डिंग में किराए से शुरू हुआ था।

बाउंड्री निर्माण का काम शुरू

अधिकृत जानकारी के अनुसार नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनबीसीसी) मुंबई ने सीआरसी की बिल्डिंग बनाने का ठेका वाईएसएम बिल्डकॉम दतिया को 33 करोड़ में दिया है। ठेकेदार को 18 महीने में काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। ठेकेदार ने महीनेभर पहले ही बाउंड्री निर्माण शुरू किया है। ठेकेदार के प्रतिनिधि प्रह्लाद सिंह परमार ने बताया कि बाउंड्री निर्माण में बगल में बनी यादव कालोनी के कुछ लोग बाधक बन रहे हैं। वे सीआरसी को आवंटित भूमि में अतिक्रमण किए हैं। हालांकि समझाइश देने पर उन्होंने बेजा कब्जा छोड़ने का भरोसा दिया है।

ऐसी बनेगी बिल्डिंग

सीआरसी की इस बिल्डिंग में करीब 1800 वर्ग मीटर में ग्राउंड फ्लोर, करीब 1500 वर्ग मीटर में फर्स्ट फ्लोर और लगभग 1000 वर्ग मीटर में सेकेंड फ्लोर का निर्माण किया जाएगा। बाकी जगह में हरियाली रहेगी। यह बिल्डिंग अत्याधुनिक तकनीक से डिजाइन कर दिव्यांग फ्रेंडली बनाई जाएगी। जिसमें किसी भी तरह की दिव्यांगता से ग्रस्त लोग आसानी से संबंधित कक्ष में पहुंच कर उसका लाभ ले सकेंगे।

ये सुविधाएं मिलेंगी

इस बिल्डिंग में 9 विभाग होंगे जिनमें मनोवैज्ञानिक, फिजियोथेरेपी, विशेष शिक्षा, व्यावसायिक चिकित्सा, भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास, स्किल डेवलपमेंट, सामाजिक कार्य व रोजगार, डेवलपमेंटल थेरेपी, स्पीच थेरेपी एवं ऑडियोलॉजी, ओरिएंटेशन एवं मोबिलिटी के अलावा डे केयर सेंटर, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग सेंटर, क्रॉस डिसेबिलिटी अर्ली इंटेलेकचुअल सेंटर, एडीप स्कीम और वयोश्री योजना तथा पीएम दक्ष योजना के तहत स्किल डेवलपमेंट एवं प्लेसमेंट, आईएसएल ट्रेनिंग सेंटर और भारतीय जन औषधि केंद्र भी होगा। इसके अलावा एक आडीटोरियम भी बनाया जाएगा।

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