सरकार और ठेकेदारो को चूना लगा रहे वालू माफिया, पुलिस वल के लिए तरस रहा खनिज विभाग
छतरपुर / चोरी छुपे बगैर रॉयल्टी जमा किए ट्रैक्टरों में भर भर कर रेत बेचने वाले खनिज माफियायों के विरुद्ध कार्यवाही करने में खनिज विभाग अपने आप को लाचार महसूस कर रहा है,और माफिया दिन-रात सरकार के साथ-साथ नंबर एक में काम करने वाले ठेकेदारों को लाखों रुपए की चपत लगाने में जुटे हुए हैं |
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में खनिज विभाग ने एक दर्जन से भी अधिक अवैध रूप से रेत का परिवहन करते हुए ट्रैक्टरों को पकड़ा था यह ट्रैक्टर रसूखदारों के संरक्षण में धड़ल्ले से रेत की कालावाज़ारी करने मे जूटे हुए है | खनिज विभाग इस माफियाओ के विरुद्ध पूरे जिले मे सघन अभियान चलाना चाहता है पर उसे इस बड़े अभियान के लिए पुलिस बल की जरूरत है, और पुलिस विभाग खनिज विभाग को पुलिस वल उपलब्ध नहीं करा पा रहा है | कारण जो भी हो पर इतना तय है की खनिज विभाग पिछले दस दिन से पुलिस बल के लिए तरस रहा है | खनिज बिभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है की खनिज अधिकारी अमित मिश्रा ने वाक़ायदा 16 जुलाई को पुलिस अधीक्षक के नाम चिट्ठी लिख कर पुलिस वल की माँग की है | क्यूँ डिस्पेंच नंबर से जारी इस पत्र मे खनिज अधिकारी ने लेख किया है की पूरे जिले मे उन्हें अवैध खनिज माफियाओ के विरुद्ध अभियान चलाना है जिस कारण विभाग को पुलिस वल उपलब्ध कराया जाए | इस पत्र को लिखें हुए 10 दिन बीत गये पर पुलिस विभाग ने अभी तक खनिज विभाग को पुलिस फ़ोर्स उपलब्ध नहीं करवाई जिस कारण चिरकुट खनिज माफियाओ के हौसले बुलंद है और बे लगातार खनिज विभाग के साथ साथ रेत ठेकेदारो को चूना लगाने मे जुटे हुए है | ज्ञात हो की इन दिनों वाढ के बाद छोटे छोटे नदी नालो मे भी बे तहाशा रेत वह कर आगई है जिसे अवैध रूप से परिवहन और भण्डारण कर अबैध खनिज माफिया लाखों के वारे न्यारे कर रहे है | छतरपुर की हिचकोले खाती सड़को पर इन दिनों वालू से भरी ट्रेक्टर ट्रोलियो की बाढ़ सी आ गई है और खनिज बिभाग इन्हे रोकने मे पूरी तरह से असफल होता दिखाई दें रहा है |
