श्रावण मास के दूसरे सोमवार को प्रसिद्ध तीर्थ एवं पर्यटन स्थल श्री जटाशंकर धाम में एक बार फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ एवं पर्यटन स्थल श्री जटाशंकर धाम में एक बार फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार की देर शाम से सोमवार की रात तक करीब एक लाख दर्शनार्थियों ने शिव धाम पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना की । इस दौरान करीब 10 हजार से अधिक लोग विभिन्न क्षेत्रों से पदयात्रा करते हुए श्री जटाशंकर पहुंचे । वहीं कांवड़ियों के भी कई दल श्री जटाशंकर धाम पहुंचे। इसके अलावा शिव धाम में आस्था के चलते भारी भीड़ जुटने की खबर मिलने पर जर्मनी के डेनियल जैकब अपने गाइड मृगेंद्र सिंह के साथ यहां पहुंचे और हिंदू मान्यताओं, परंपराओं ,पूजा पद्धति की जानकारी लेकर सनातन धर्म की प्रशंसा की। साथ ही यहां भारी भीड़ के बावजूद व्यवस्थाओं पर खुशी जाहिर की। श्रावण मास में रोजाना श्री जटाशंकर धाम में भारी भीड़ बढ़ रही है । वहीं सोमवार को यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है। इस वर्ष के श्रावण मास के दूसरे सोमवार को भीड़ का आलम यह रहा कि रात्रि 9 बजे तक सैकड़ो की संख्या में वाहन पार्किंग स्थल पर दिखाई दिए। लोकन्यास श्री जटाशंकर धाम अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि शिव धाम में दिनों दिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है । यहां का धार्मिक और प्राकृतिक वातावरण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। साथ ही यहां का प्रबंधन किसी भी प्रकार के पाखंड को पनपने नहीं देता । जिसके चलते यहां आने वाले श्रद्धालु सहजता और सुकून महसूस करते हैं। न्यास अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि बारिश के चलते यहां का प्राकृतिक श्रृंगार हो गया है। जो मन मोहने वाला है। शिव धाम में मंत्रो का उच्चारण, घंटों की ध्वनि, वानरों की उछल कूद, पहाड़ों से बहते झरने ,हरियाली, स्वच्छता यहां के वातावरण को विशिष्टता प्रदान करता है। यही कारण है कि शिव धाम पहुंचने वाले लोगों की संख्या में दिनों दिन बड़ोत्तरी हो रही है। लोकन्यास श्री जटाशंकर धाम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निरंतर प्रयासरत रहता है। वहीं भीड़ वाले पर्वों पर विशेष इंतजाम किए जाते हैं ।

सोमवार को एसडीओपी शशांक जैन के निर्देशन में आधा दर्जन थाना क्षेत्र का पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान श्री जटाशंकर धाम में श्रद्धालुओं ने आधा दर्जन भंडारे संचालित कर प्रसाद वितरित किया । साथ ही एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पार्थिव शिवलिंग निर्माण ,शिव पुराण, श्रीमद् भागवत पुराण सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान हुए।
