कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया बोले- मुझे जिम्मेदारी दी गई तो 19 नहीं 21 फीसदी खरा उतरूंगा
ग्वालियर। मध्यप्रदेश में सरकार गठन के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष चयन को लेकर हलचल तेज हैं। इसी बीच कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरी पद की कोई इच्छा नहीं, फिर भी यदि आलाकमान मुझे इसकी जिम्मेदारी देगा तो 19 नहीं 21 फीसदी खरा उतरूंगा। सभी कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है कि नेता प्रतिपक्ष बनाने का अंतिम निर्णय आलाकमान करेगा, जो आलाकमान का फैसला होगा उसे सभी मानेंगे। नेता प्रतिपक्ष के लिए किसका नाम है किस क्षेत्र से है, किस वर्ग से है, ये अभी किसी को पता नहीं है।
लाउडस्पीकर और मांस मछली को लेकर जारी आदेश पर कहा कि ध्वनि प्रदूषण के मामले में यदि लाउडस्पीकर को बैन किया है, तो यह फैसला सराहनीय है सरकार की प्रशंसा होनी चाहिए। यदि धर्म के नाम पर यह फैसला लिया गया है तो यह निंदनीय है इस कानून को वापस लेना चाहिए। अंडा और मांस की खुले में बिक्री को बैन करने का सरकार ने फैसला लिया है। ये गरीबों के पेट पर लात मारने का फैसला है। इस आदेश को तत्काल वापस लेना चाहिए। खुले में बिक्री पर रोक तब लग पाएगी जब उस पर दुकान होगी। सरकार पहले उन्हें दुकानें दें, फिर कार्रवाई करें।
लाडली बहना अपात्रों को बाहर करने और सरकार की आर्थिक हालात पर भी जुबानी हमला बोला है। कहा कि- सरकार प्राइवेट कर्जा लेकर तनखा दे रही थी, सरकार पर तनख्वाह देने के लिए भी रुपए नहीं है। सरकार खजाने को लूटने के लिए बनी है सरकार ने खजाना लूट लिया है। सहयोग ये भी रहा कि उन्होंने हमारी सरकार को भी लूट लिया और अब उन्हें यह सरकार भी चलानी पड़ रही है। बीजेपी को जो महिलाएं लाडली लगती है दूसरी तरफ हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार होते हैं। ऐसे में फिर लाडली का भी क्या अर्थ है। इसलिए बीजेपी में लाडली बहनों के लिए क्या पात्र क्या अपात्र, यह सारा ड्रामा चल रहा है।
BJP आलाकमान द्वारा बड़े चेहरों में से CM न बनाये जाने पर तंज कसा है। कहा कि -BJP अंदरखाने में ज्वाला धधक रही है, विस्फोट भी होगा। यूं तो CM बनाना भारतीय जनता पार्टी का निजी मामला है इसलिए उस पर ज्यादा बोलना ठीक नहीं है। लेकिन सच्चाई यह है कि दिल्ली के जो बड़े-बड़े नेता थे, BJP नेतृत्व ने सभी नेताओं को मध्य प्रदेश लाकर दफना दिया है।एमपी राजस्थान छत्तीसगढ़ सभी जगह बड़े-बड़े नेताओं को दफनाकर बीजेपी आलाकमान आखिर चाहता क्या है। यह ज्वाला भभक रही है धधक रही है और कभी विस्फोट भी होगा।
