यातायात क़ी पाठशाला में मुश्लिम बच्चों ने सीखे ट्रैफिक के कायदे
छतरपुर /ट्रैफिक थाने के नवीन कॉन्फ्रेंस हॉल में कई मदरसों के लगभग 130 ज्यादा मुस्लिम बच्चों को छतरपुर ट्रैफिक प्रभारी बृहस्पति साकेत ने ट्रैफिक पाठशाला के अंतर्गत क्लास लेते हुए ट्रैफिक के नियमों की जानकारी दी।
आमतौर पर मदरसों के बच्चे मदरसे में रहकर ही इस्लाम धर्म व अन्य विषयों की पढ़ाई इत्यादि करते हैं।
👉ऐसा पहली बार देखने में आया है कि छतरपुर की ट्रैफिक पुलिस ने इन बच्चों के लिए विशेष पाठशाला का आयोजन कर इन्हें ट्रैफिक के नियमों से अवगत कराया है ताकि यह आने वाले भविष्य में सही नियमों का पालन करके अपने जीवन को सुचारू रखे और उसे अच्छे भविष्य के रूप में गढ़ सकें।
पिछले कई महीनो से ट्रैफिक पुलिस विद्यार्थियों और स्कूली छात्रों को ट्रैफिक नियमों के बारे में सजग बनाने में जुटी हुई है जिसका उद्देश्य नाबालिको और युवाओं को दुर्घटनाओं से बचाना और ट्रैफिक कानून की सही जानकारी बताना है
पहल की हो रही तारीफ
ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूकता फैलाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि हर साल हजारों की संख्या में एक्सीडेंट्स की वजह से जान चली जाती हैं और कई लोग जीवन भर के लिए अपाहिज हो जाते हैं अगर बच्चों को बचपन से ही ट्रैफिक नियमों के प्रति सही जानकारी और सजकता दी जाए तू आने वाले भविष्य में वे कई ऐसी दुर्घटनाओं से बच सकते हैं जिनमें कई गंभीर परिणाम होते हैं।
