सफलता क़ी कहानी
छतरपुर /प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना गरीब तबके के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसी ही कहानी है रामसहाय राय की। जो खजुराहो के सेवाग्राम स्थित वार्ड क्रमांक 11 के निवासी हैं। कोविड-19 महामारी ने उनकी ज़िंदगी उलट-पुलट कर दी थी। वे कड़ी मेहनत करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे और लोग उनसे दूरी बनाने लगे थे क्योंकि उस समय सभी को कोविड से संक्रमित होने का डर था। पूरे परिवार का कोविड-19 टेस्ट हुआ और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन परिवार के पास रोज़ी-रोटी कमाने वाला कोई नहीं था। उनके सामने रोजी रोटी का बड़ा सवाल था। कोविड 19 के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान उनकी जो भी थोड़ी बहुत बचत थी वह घर की ज़रूरतें पूरी करने में खर्च हो गई।
इसी बीच एक दिन नगर परिषद खजुराहो से उन्हें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 10,000 रुपये तक के कार्यशील पूंजी ऋण के बारे में फ़ोन आया ताकि वे अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर सकें। चूँकि उनके पास अपना व्यवसाय चलाने के लिए पैसे नहीं थे और उनकी कोई कमाई भी नहीं हो रही थी। इसलिए वे तुरंत शिविर में पहुँचे और ऋण के लिए आवेदन किया। उन्हें एसबीआई बैंक से 10,000 रुपये का ऋण मिला। उन्हें डिजिटल लेनदेन के लिए क्यूआर कोड भी दिया गया है। इसके बाद छोटा सा व्यवसाय चालू कर दिया और अपना ऋण चुकता कर 20,000 का ऋण लिया उसे भी चुकता करके इसी योजना के तहत 50,000 का ऋण भी लिया। जिससे व्यवसाय सही ढंग से चल निकला और उसी से रामसहाय अपनी किश्त भी जमा कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का योजना का लाभ मिलने पर आभार व्यक्त किया है।
