प्रशासन को जिम्मेदार और जवाबदेह बनाते हैं पत्रकार: हिमांशी, पीआरओ हिमांशी बजाज को पत्रकारों ने दी समारोहपूर्वक विदाई
छतरपु। जनसंपर्क विभाग की सहायक संचालक हिमांशी बजाज का स्थानांतरण होने पर शुक्रवार को होटल शेल्टर इन में पत्रकारों ने सुश्री बजाज को शॉल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह और विदाई सम्मान पत्र भेंट कर उन्हें समारोहपूर्वक भावभीनी विदाई दी।
छतरपुर में करीब 18 माह रहकर राजगढ़ स्थानांतरित हुई पीआरओ हिमांशी बजाज ने बताया कि सहायक संचालक जनसंपर्क पद पर चयनित होने के बाद विभागीय अधिकारियों ने कहा था कि सीखना है तो छतरपुर जाएं। वास्तव में यहां आकर उन्हें बहुत अच्छे खट्टे और मीठे अनुभव हुए। सुश्री बजाज ने कहा कि पत्रकार प्रशासन को जिम्मेदार और जवाबदेह भी बनाते हैं तथा सपोर्ट भी करते हैं। उन्होंने कहा कि आपका काम ही है कि प्रशासन की गलतियां निकालें। ताकि उनमें सुधार किया जा सके। पीआरओ ने कहा कि उन्होंने पत्रकारों और प्रशासन के बीच समन्वय बनाने का प्रयास किया। प्रिंट और सोशल मीडिया के बीच समन्वय, सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि जब सक्रिय पत्रकार हों तो पीआरओ शांत कैसे बैठ सकता है। उन्होंने कहा कि यहां की मीडिया की आवाज बहुत सशक्त है, नेशनल मीडिया में छतरपुर का सर्वाधिक कवरेज है। उन्होंने कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और पत्रकारों के सपोर्ट के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि छतरपुर में बुंदेलखंड की संस्कृति का उन्हें एक अलग अनुभव मिला। उन्होंने इतने अच्छे विदाई समारोह के लिए भी धन्यवाद दिया। इस अवसर पर पीआरओ हिमांशी बजाज के बड़े पापा ने हिमांशी को प्रेम देने पर सभी का आभार व्यक्त किया।
प्रभारी पीआरओ और लवकुशनगर एसडीएम राकेश शुक्ला ने कहा कि वे पूरी कोशिश करेंगे कि इस दायित्व को पूरी जिम्मेदारी से निभाएं। रामचरित मानस का दृष्टांत देकर उन्होंने कहा कि पत्रकार जनता की भावनाओं को व्यक्त करते हैं। जब भी जरूरत पड़े वे पत्रकारों के सहयोग के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारों में आपस में प्रेम तारीफ के काबिल है। एसडीएम अखिल राठौर ने कहा कि छतरपुर चुनौतियों की खान है, जिसने छतरपुर में काम कर लिया उसने पूरा प्रदेश चला लिया। हिमांशी मैडम का काम छतरपुर में बहुत अच्छा रहा। यहां काम करने के लिए समय कम पड़ जाता है। इस समय मीडिया अपने चरमोत्कर्ष पर है। सोशल मीडिया से चैलेंज बहुत बढ़ गए हैं। उन्होंने कामना की कि पत्रकारों का सहयोग हमेशा प्रशासन को मिलता रहे।
एडवोकेट राकेश शुक्ला ने कहा कि विदाई की बेला में सब पीआरओ के कार्यकाल की समीक्षा कर रहे हैं। पहली पोस्टिंग में हिमांशी बजाज ने जो छाप छोड़ी वह सदा याद रखी जाएगी। जहां पर भी रहेंगी सफल रहेगी। 80 और 90 के दशक की पत्रकारिता प्रिंट तक सीमित थी। अब तो टीवी और सोशल मीडिया का दौर बेहद चुनौतीपूर्ण है। पत्रकार रविन्द्र अरजरिया ने कहा कि पीआरओ हिमांशी बजाज ने पत्रकारों के सारे संगठनों को एक करके रखा। उन्होंने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति का कार्यक्रम सफलता से संपन्न कराया। वे छतरपुर की बेटी, बहन और परिवार की सदस्य बन गई। प्रभारी पीआरओ राकेश शुक्ला के लिए हिमांशी बजाज बहुत बड़ी चुनौती छोड़ कर जा रहीं हैं। पत्रकार श्याम खरे ने कहा कि पहली पोस्टिंग और पहला प्यार कभी भुलाया नहीं जा सकता। निश्चित रूप से हिमांशी मैडम को छतरपुर हमेशा याद रहेगा।
वरिष्ठ पत्रकार श्याम किशोर अग्रवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, संतोष गंगेले, अभिषेक सिंह सेंगर और व्यापारी नेता लालचंद लालवानी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए हिमांशी बजाज के कार्यकाल की सराहना की। प्रारंभ में अतिथियों का माल्यार्पण से आत्मीय स्वागत किया गया। जबकि स्वागत भाषण वरिष्ठ पत्रकार हरि प्रकाश अग्रवाल ने दिया। कार्यक्रम का संचालन शिवांगी तिवारी ने किया। उन्होंने सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत की। राजेंद्र शर्मा ने आभार प्रदर्शन करते हुए एक उदाहरण देकर पीआरओ हिमांशी बजाज की मानवीयता का जिक्र किया।
विदाई समारोह में सहकारी नेता जयकृष्ण चौबे, भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी दीपक द्विवेदी, पत्रकार सनत जैन, रामकिशोर अग्रवाल, पप्पू गुप्ता, प्रतीक खरे, दिलीप सोनी, भरत शर्मा, अब्दुल हनीफ बोली, अब्दुल रशीद खान, कल्याण सिंह चौहान, हरीश गुप्ता, सुशील दुबे, राजकुमार सोनी, लखन राजपूत, मनोज सोनी, अरविंद तिवारी, लोकेश चौरसिया, भरत चौरसिया, रोहित राजा, राधेश्याम सोनी, सत्यम सिंह, गौरव अग्रवाल, शैलेन्द्र अग्रवाल, जेके आशु, हिमांशु अग्रवाल, संदीप यादव, अंकित चौधरी, अफसर खान, जयप्रकाश सहित बड़ी संख्या में पत्रकार और जनसंपर्क विभाग का स्टॉफ उपस्थित था।
