जिला पंचायत सीईओ का आदेश नहीं मानते जिला शिक्षा अधिकारी
प्रतीक खरे
छतरपुर / लापरवाही और मनमानी के जीते जागते उदाहरण बन चुके जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरपी प्रजापति जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईएएस तपस्या परिहार के आदेशों को नहीं मानते उनकी नजर मै जिला पंचायत सीईओ का आदेश कोई मायने नहीं रखता,जी हा कोई मायने नहीं रखता | माह नबम्वर 2024 मै जिला पंचायत की सीईओ तपस्या परिहार ने शा. कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनगर के प्रभारी प्रचार्य हरिदास अनुरागी के विरुद्ध विभागीय जाँच प्रस्तावित करने एवं निलंबन की सिफारिस करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रजापति को दिए थे लेकिन राजनैतिक रसूख की दम पर मनमानी करने के आदी श्री प्रजापति ने सीइओ के आदेश को ठेंगा दिखा दिया |
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व अतिथि शिक्षक गिरीश कुमार रैकवार ने शाकउमावि राजनगर वर्ग एक के राजनीति शास्त्र विषय के लिए आवेदन किया था |प्रभारी प्रचार्य हरिदास अनुरागी ने पद रिक्त होने के वाद भी गलत तरीके से श्री रेकवार का आवेदन निरस्त कर दिया था | इस मामले की जाँच मुख्य कार्य पालन अधिकारी तपस्या परिहार ने करवाई और प्रभारी प्रचार्य श्री अनुरागी को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुये जिला शिक्षा अधिकारी को चिठ्ठी लिख कर निर्देश दिए थे की श्रीअनुरागी के विरुद्ध विभागीय जाँच प्रस्तावित करने एवं निलंबित करने की कार्यवाही हेतु शासन को सिफारिस भेजे |
छोटे मिया सुहान अल्ला
कहावत हैं की “बड़े मिया तों बड़े मिया छोटे मिया सुहान अल्ला” जिला शिक्षा अधिकारी आरपी प्रजापति ने जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी तपस्या परिहार के आदेश की हुक्मअदूली करते हुए दिनांक 9 दिसम्बर 2024 को पत्र क्रमांक /12806/स्था.1/prabhar/2024 के जरिये प्रभारी प्रचार्य श्री हरिदास अनुरागी को हटा कर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजनगर के वरिष्ठ दुतीय लोकसेवक प्रमोद कुमार चौबे को प्रभारी प्रचार्य नियुक्त कर दिया | पर हरिदास अनुरागी ने 6 माह बीत जाने के बाद भी श्री चौवे को प्रभार नहीं सौपा | अव अराजकता देखिये जिला शिक्षा अधिकारी सीइओ का आदेश नहीं मान रहे, प्रभारी प्राचार्य अपने जिला शिक्षा अधिकारी का आदेश नहीं मान रहा, हुआ ना जंगल राज |
खवर है की शिक्षा विभाग का सबसे बडा कलाकार कहा जाने बाला कमलेश बाबू सभी फाइलो पर कुण्डी मारे बैठा हैं उन्होंने इस कुंडली मारने की तगडी क़ीमत बसूल की हैं | कमलेश बाबू से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया पर उन्होंने फोन ही नहीं उठाया |
साहव बोले
खवर्ची ने पूरे मामले की सत्यता परखने जब जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरपी प्रजापति से बात की तों उन्होंने कहा की मेने प्राचार्य को तत्काल पद से हटा दिया था मुझे कल ही पता चला हैं की उन्होंने प्रभार नहीं सौपा हैं हम आज ही विभागीय जाँच और निलंबन की कार्यवाही के लिए शासन को पत्र लिख रहे हैं | छः माह तक प्रभार की जानकारी ना होने के सवाल पर श्री प्रजापति ने फ़ाइल ना मिलने की बात भी स्वीकारी |
