डॉक्टरों पर कार्रवाई के विरोध में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन
छतरपुर। बीते रोज जिला अस्पताल में एक बुजुर्ग के साथ मारपीट के वायरल वीडियो मामले में डॉ. राजेश मिश्रा और जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जी.एल. अहिरवार पर कार्रवाई होने से नाराज जिले भर के डॉक्टर सोमवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए नाराजगी जताई है।
प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर मरीजों का नियमित उपचार जारी रखा और कार्रवाई को अनुचित बताते हुए स्वास्थ्य विभाग के फैसले पर आपत्ति जाहिर की। डॉक्टरों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच से पहले इस प्रकार की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए थी। बता दें कि एक बुजुर्ग के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने दोनों डॉक्टरों पर कार्रवाई की थी, जिसके बाद से स्वास्थ्य अमले में आक्रोश व्याप्त है।
चिकित्सकों ने कोतवाली पुलिस को दिया आवेदन, आईएमए ने किया समर्थन

वहीं दूसरी ओर डॉ. राजेश मिश्रा ने ड्यूटी के दौरान उनके साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर कोतवाली में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। आवेदन सौंपने के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की जिला इकाई के कई चिकित्सक भी उनके समर्थन में मौजूद रहे। डॉ. मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 अप्रैल को वह नियमित रूप से ओपीडी में मरीजों की जांच कर रहे थे, तभी एक बुजुर्ग व्यक्ति बिना किसी कारण के गाली-गलौज करते हुए ओपीडी में घुस आए। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग ने न केवल धक्का-मुक्की की, बल्कि हाथ पकड़कर थप्पड़ भी मारा। डॉ. मिश्रा ने कहा कि घटना के दौरान उन्होंने आत्मरक्षा में प्रतिक्रिया दी थी। वहीं डॉ. अरुणेन्द्र शुक्ला ने कहा कि इस मामले में बिना समुचित जांच के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जल्दबाजी में कार्रवाई की गई, जिससे चिकित्सकों में रोष व्याप्त है। चिकित्सकों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। आईएमए के डॉक्टरों ने कहा कि यदि चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई तो भविष्य में ओपीडी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
