बक्स्वाहा को दमोह से जोडऩे की खबर मनगढंत
छतरपुर। जिले के सुदूर अंचल में बसे बक्स्वाहा को दमोह जिले से जोडऩे की खबर भ्रामक और मनगढं़त है। अब तक इस आशय का कोई भी प्रस्ताव राज्य शासन को नहीं भेजा गया है। उसके बाद बक्स्वाहा को दमोह जिले में शामिल करने की खबर सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है।
कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट रूप से कहा कि अभी तक जिला प्रशासन की ओर से ऐसा कोई भी प्रस्ताव राज्य शासन को नहीं भेजा गया है। उसके बाद भी यह खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई है कि छतरपुर जिले के बक्स्वाहा को दमोह से जोड़ा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्यशासन ने जिला, तहसील और ग्राम पंचायतों के परिसीमन के आदेश जारी किए हैं। इस आदेश के तहत् पूरे प्रदेश में नए सिरे से जिलों और तहसीलों की सीमाओं का निर्धारण किया जाना है। चूंकि बक्स्वाहा की दूरी जिला मुख्यालय से अधिक है और दमोह इसके नजदीक पड़ता है जिस कारण लोगों ने अपने आप अनुमान लगा लिया कि बक्स्वाहा को दमोह जिले में शामिल किया जाएगा। बक्स्वाहा क्षेत्र के लोगों ने तो इसी मुद्दे को लेकर कुछ दिन पहले प्रदर्शन भी कर दिया जबकि कलेक्टर पार्थ जैसवाल का कहना है कि किसी भी सीमा के निर्धारण के लिए आमजन और जनप्रतिनिधियों की सहमति जरूरी है। अभी तक बक्स्वाहा के मामले में न तो ऐसी कोई सहमति आई है और न ही जिला प्रशासन द्वारा इस आशय का कोई प्रस्ताव राज्यशासन को भेजा गया है। कुल मिलाकर बक्स्वाहा को दमोह से जोडऩे की खबर न सिर्फ भ्रामक है बल्कि मनगढंत भी है।
