सीएमएचओ पर कार्यवाही होना तय, जाँच दल ने कलेक्टर को सौपी रिपोर्ट
छतरपुर / आऊटसोर्स नियुक्ति घोटाले सहित तमाम गंभीर अनियमिताओं को लेकर विवादों मै घिरे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी गुप्ता के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही होना तय मानी जा रही हैं |सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आऊटसोर्स भर्ती घोटाले की विस्तृत जाँच रिपोर्ट ज़िला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईएएस तपस्या परिहार ने क्लेक्टर को सौंप दी हैं अब सभी की निगाहे कलेक्टर की कार्यवाही पर टिकी हुई हैं |
ज्ञात हो की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गुप्ता ने सेड मेप की आड़ मै इंदौर की वर्ल्ड क्लास कम्पनी से साठ गांठ कर 278 कर्मचारियो की सीधे सिफारिस कर सेडमेप से नियुक्त करा दी थी,इसके आलावा 249 पुराने कर्मचारियों को भी सेड मेप मे मर्ज करने से पहले कई कर्मचारियो को वाहर का रास्ता दिखा दिया था मजेदार यह हैं की डॉ गुप्ता ने इसके लिए क्लेक्टर से कोई अनुमोदन नहीं लिया था |
जाँच रिपोर्ट प्रभावित करने का भी किया प्रयास
सूत्र बताते हैं की करोड़ो रूपये के इस बड़े घोटाले के मास्टर माइंड एक़ पम्प मेकेनिक ने जांच कमेटी को प्रभावित करने का खुले आम प्रयास किया लेकिन टीम विचलित नहीं हुई,हालांकि जांच टीम कुछ बिन्दुओ पर भ्रमित भी हुई पर जो रिपोर्ट सोपी गई हैं उसे देख पढ़ कर कलेक्टर की नाराजगी सातवे आसमान पर हैं, जिले मै क्लेक्टर पार्थ जायस वाल के कार्यकाल का यह सवसे बडा घोटाला हैं जिससे ज़िला प्रशासन की स्वक्ष छवि धूमिल हुई हैं | शिकायत कर्ताओ को क्लेक्टर की कार्यवाही पर भरोसा तो हैं पर यह भी तय हैं की यदि इस घोटाले के मुख्य कर्ता धर्ताओ के विरुद्ध रियायत वरती गई तो मामला हाई कोर्ट की दहलीज तक भी जाएगा |
सूत्र बताते हैं की घोटाले वाज इन फर्जी नियुक्तियों के आधार पर 45 लाख रूपये का भुगतान भी रातो रात करने की योजना बना चुके थे, अगर समय रहते इस मामले की शिकायत ज़िला कोषालय अधिकारी तक ना पहुँचती तो भुगतान पर रोक नहीं लग पाती बताया जा रहा हैं सीएमएचओ डॉक्टर गुप्ता और पूरे घोटाले का मास्टर माइंट पम्प मेकेनिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों वा एकाऊंटेंट पर मानसिक और आर्थिक दवाव बना कर टी ओ की रोक के बाद भी भुगतान कराने की कोशिस करने मै जुटे हुये हैं | हालांकि ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अधिकारिओ ने गलत भुगतान करने से साफ इंकार कर दिया जिससे घोटालेवाज हतास और निराश नजर आ रहे हैं | अब देखना यह होगा की आने बाले दिनों मै स्वास्थ्य विभाग डॉ गुप्ता के विरुद्ध क्या एकशन लेता हैं, फर्जी बाड़ा कर नियुक्ति किये गई कर्मचारियो को वाहर का रास्ता दिखाया जाता हैं या नहीं, घोटाले मै समलित कम्पनी के विरुद्ध क्या कार्यवाही प्रतावित की जाति हैं |
