12/15/2025

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टीआई कुजूर ने आशी को बनाया था अंडरकवर ऑफिसर, आशी राजा की माँ सविता राजा ने खोले कई राज

छतरपुर। आशीराजा उर्फ़ शिवांगी की माँ ने आज मीडिया के सामने आकर कई गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने एक विशेष मुलाकात में बताया कि टीआई कुजूर से उनके पारिवारिक संबंध थे वे उनके घर भी आते थे और उनकी बेटी को लाड़ दुलार कर स्वेच्छा से गिफ्ट देते थे जबकि उन्होंने गिफ्ट देने से उन्हें मना भी किया। उन्होंने बताया कि कुजूर आशी को अंडर कवर के रूप में पुलिस सेवा में लेते थे और उसे भोपाल, नोयडा और दिल्ली तक भेजते थे तथा उसका मेहनताना भी देते थे। उन्होंने बाद में सोनू ठाकुर को भी अंडर कवर आफिसर के रूप में नियुक्त कर दिया था। आखिरी बार महाशिवरात्रि को उन्होंने अंडर कवर का कोई खास काम सौंप कर उसे सोनू ठाकुर के साथ नोयडा भेजा था। तब से वह उन्हें नहीं मिली। उन्होंने 6 मार्च को शाम करीब 5 बजे आशी को फोन किया था तब उसने बताया था वह नोयडा में है। जबकि कुछ घंटे बाद उन्हें सोशल मीडिया से मौत की खबर मिली। उन्होंने कई बार यह पूछने का प्रयास किया कि टीआई उससे क्या काम लेते हैं लेकिन टीआई और आशी ने उन्हें कभी कुछ नहीं बताया। वे कई बार रात को अंडर कवर काम सौंप कर उसे बुलाते थे और आशी कभी कभी तो रात को 3 बजे लौटती थी। उन्होंने बताया कि इससे उन्हें पहले तो संदेह हुआ पर बाद में सोनू भी साथ जाने लगा था। गौरतलब है कि पुलिस विभाग में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है कि किसी प्राइवेट व्यक्ति को पुलिस का काम सौंपा जाए और न ही अलग से कोई मेहनताना देने का प्रावधान है। जब आशीराजा की माँ सविता राजा से यह कहा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने यह जरूर आरोप लगाया कि कुजूर नशा करते थे। अब सवाल उठता है कि टीआई कुजूर आखिर आशी और सोनू को अंडर कवर ऑफिसर बनाने का झांसा देकर आखिर दिल्ली, नोयडा और भोपाल क्यों भेजते थे? इस बारे में एडिशनल एसपी विदिता डागर से पूछा गया कि टीआई कुजूर के एमडी ड्रग्स का धंधा कराने के क्या कोई तथ्य जांच में मिले हैं तो उन्होंने साफ कहा कि अभी केवल आत्महत्या के कारणों पर जाँच का फोकस है हालांकि अभी तक की जांच में ड्रग्स तथ्य सामने नहीं आए हैं जाँच जारी है और ऐसे साबुत मिलने पर आरोपी भी बढ़ाए जाएंगे।
आशीराजा की माँ सविता राजा ने ब्लैकमेल के आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि एक 20 साल की लड़की पढ़े-लिखे दबंग और दो बार रुस्तमजी पुरस्कार पा चुके टीआई को कैसे ब्लैकमेल कर सकती है। उन्होंने टीआई कुजूर द्वारा आशी को गिफ्ट में सोने का हार, इयर रिंग, गुची का बैग देने की बात स्वीकार लेकिन मेडिकल कॉलेज के पास एक हजार वर्ग फुट का प्लॉट की खरीददारी टीआई द्वारा नहीं बल्कि अपनी कमाई से करना बताया। स्विफ्ट डिजायर कार खरीदने में जरूर उन्होंने टीआई के सहयोग की बात कबूल की साथ ही कहा कि कार खरीदने के लिए 5 लाख रुपए उन्होंने खुद की कमाई से दिए थे। टीआई कुजूर ने ही अंडर कवर का काम करने के लिए उसे कार दिलवाने को कहा था। उन्होंने बताया कि वे एक स्वयंसेवी संगठन में कार्यरत हैं जिससे उनकी आजीविका चलती है। उसी से बचत कर उन्होंने आशी को कार के लिए रकम दी थी।

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