पीएम भवन में कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी के सम्मान के उपलक्ष्य में प्राध्यापक संघ ने किया भावभीना अभिनंदन
अंतिम पंक्ति के छात्रों का हित सर्वोपरि – कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी
छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय,छतरपुर की कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी का प्रधानमंत्री भवन नई दिल्ली में कमला ट्रस्ट द्वारा आयोजित समारोह में लोकमता अहिल्याबाई होलकर महिला सम्मान से नवाज़े जाने के उपलक्ष्य में प्राध्यापक संघ के द्वारा आत्मीय अभिनंदन किया गया। विश्वविद्यालय के जेसी बोस सभागार में आयोजित इस अभिनंदन समारोह में पूरा विश्वविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
इस कार्यक्रम में प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डॉ अशोक निगम, सचिव डा एस के छारी, समाजशास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ ममता बाजपेई,रजिस्ट्रार श्री यशवंत सिंह पटेल मंचासीन रहे। डॉ निगम ने प्रो तिवारी को दिए गए सम्मान को संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक विभागों में विभिन्न पदों पर पदस्थ समस्त सदस्यों के लिए गर्व का विषय है कि हम सबको प्रो तिवारी जैसी कर्मठ कुलगुरु के मार्गदर्शन में काम करते हुए नित नई नई चीजें सीखने का अवसर प्राप्त होता है।
डॉ बाजपेई ने कहा कि यह सम्मान विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है और हम सबका सौभाग्य है कि हमें प्रो तिवारी जैसी चहुमुखी प्रतिभा की धनी शख्शियत के साथ काम करने का मौका मिला है।
इस खास मौके पर कुलगुरु प्रो शुभ तिवारी का डॉ निगम, डॉ बाजपेई एवं डॉ एस के छारी ने पुष्प गुच्छ, शॉल एवं श्रीफल से आत्मीय अभिनंदन किए गया। सभागार में उपस्थित शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक विभागों में पदस्थ समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी प्रो. तिवारी का पुष्प गुच्छ एवं फूलमालाओं से भावभीना सम्मान करते हुए खुशियों से ओतप्रोत अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
अपने आत्मीय सम्मान के प्रति उत्तर में प्रो शुभा तिवारी ने प्रेरणादायक उद्बोधन के माध्यम से समस्त विश्वविद्यालय परिवार के प्रति स्नेह एवं सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि उनके लगभग तैतीस वर्ष की लंबी नौकरी के दौरान पहली बार इतना कर्मठ एवं लगनशील स्टाफ मिलना हैं।उनके लिए हर्ष की बात है और यह इन्हीं सदस्यों की कर्मशीलता का परिणाम है कि वे विश्वविद्यालय को रोज नई नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अग्रसर रहती हैं क्योंकि एक अकेला इंसान खुद अकेले कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि विश्वविद्यालय के समस्त संसाधन विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए हैं। अतः विश्वविद्यालय की नीतियां विद्यार्थी केंद्रित हैं जिनका लाभ अंतिम पंक्ति के विद्यार्थी को मिलना सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के जाति, लिंग, आर्थिक स्थिति, रंग, रूप इत्यादि से परे उठकर उनके बेहतर जीवन के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को शासन की मंशानुसार प्रत्येक विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में प्राध्यापक संघ के सचिव डॉ एस के छारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन डा आर डी अहिरवार ने किया।
