संभाग के 23 नगरीय निकायों में घर-घर पानी पहुंचने का अभियान अंतिम चरण में, लेट-लतीफी करने वाली कंपनियों पर चला पैनाल्टी का चाबुक
प्रतीक खरे
छतरपुर 23 मई (कासं)।
मध्यप्रदेश सरकार की घर-घर पानी पहुंचाने की योजना अब अंतिम चरण में है। सागर संभाग के 23 नगरीय निकायों में इस योजना के तहत् घर-घर पानी पहुंचाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। कुछ नगरीय निकायों में पानी पहुंचाने का ट्रायल शुरू हो गया है जिसे 30 जून तक हर हाल में पूरा किया जाना है तो वहीं कुछ नगरीय निकायों में यह अभियान 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मध्यप्रदेश अर्बन डव्लपमेंट कम्पनी के छतरपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से छतरपुर के अलावा पन्ना, दमोह, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों की 23 नगर पंचायतों में घर-घर पानी पहुंचाने के अभियान को गति देने के लिए विभाग पूरी मुश्तैदी से काम कर रहा है।

छतरपुर जिले के खजुराहो, राजनगर, बक्स्वाहा, दमोह जिले के हटा और पन्ना जिले के पवई में पानी पहुंचाने का ट्रायल शुरू हो गया है। यहां कंपनी को अंतिम चेतावनी देते हुए हर हाल में 30 जून तक प्रोजेक्ट पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बताते चलें कि यहां 2018 में काम शुरू किया गया था जिसे 2021 तक पूरा किया जाना था लेकिन निर्माण कार्यों में जुटी ठेकेदार कंपनियों द्वारा लेट-लतीफी कर दी गई जिस कारण लोगों को घरों में ही पानी उपलब्ध होने में देरी हुई है। हालांकि सरकार ने कंपनियों की इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए रियान वाटर टेंक प्रा.लि. कोलकत्ता पर 1 करोड़ 22 लाख और मेसर्स जय बरूदी कंस्ट्रेक्शन कंपनी प्रा.लि. गुजरात के विरूद्ध 1 करोड़ 12 लाख रूपए की पेनाल्टी अधुरोपित की गई है।
मप्र अर्बन डेव्लपमेंट कं. लि. के परियोजना प्रबंधक पीडी तिवारी ने दूरभाष पर हुई चर्चा में बताया कि छतरपुर जिले के खजुराहो, राजनगर और बक्स्वाहा में अगले महीने तक लोगों के घरों में पानी पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले के कलेक्टर संजीव जीआर एवं अर्बन डेव्लपमेंट कंपनी के कमिश्रर भरत यादव लगातार इस प्रोजेक्ट को लेकर न सिर्फ मॉनिटरिंग कर रहे हैं बल्कि कैसे लोगों को अपने घर में ही नल से पानी मिल जाए इसके लिए लगातार सक्रिय है। उन्होंने बताया कि खजुराहो और राजनगर नगरीय निकायों में पानी पहुंचाने के लिए कुटनी डेम को वाटर सोर्स के रूप में चिन्हित कर पूरा स्ट्रैक्चर तैयार किया गया है तो वहीं बक्स्वाहा नगरीय निकाय के लिए भदभदा टेंक से पानी लाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले के गढ़ीमलहरा और महाराजपुर के लिए उर्मिल डेम, चंदला के लिए केन नदी, बारीगढ़ के लिए केल नदी पर एनिकट बनाया जा रहा है तो वहीं लहचूरा डेम से 14 किमी लम्बी पाईप लाईन डालकर हरपालपुर पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। यहां लगभग 60 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है। इसी प्रकार काठन नदी से बड़ामलहरा में पानी लाया जाएगा यहां काठन नदी पर एनिकट का काम लगभग कम्पलीट होने की ओर है तो वहीं घुवारा में पानी पहुंचाने के लिए धसान नदी को चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि सटई और बिजावर नगरीय निकायों को भी इस योजना का लाभ मिलने जा रहा है। यहां गुलगंज के आगे धसान नदी पर बरखेड़ा के पास डेम का निर्माण किया जा रहा है।
घर-घर पानी पहुंचाने के इस अभियान को सफल बनाने के लिए मप्र अर्बन डेव्लपमेंट कंपनी ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आर्थिक मदद ली है जिसमें वल्र्ड बैंक जैसी वित्तीय संस्थाएं शामिल है। श्री तिवारी ने बताया कि छतरपुर जिले में 2026 तक यह योजना पूरी तरह से मूर्तरूप ले लेगी।
नलों में लगेंगे मीटर
नलों से घर-घर पानी पहुंंचाने के इस अभियान के बाद जब लोगों को पर्याप्त और प्रेसर के साथ घर में पानी उपलब्ध होने लगेगा तब उन्हें इसका कुछ शुल्क भी देना होगा। अर्बन डेव्लपमेंट कंपनी ने इसके लिए नलों में ही मीटर लगाने का निर्णय लिया है और जिन निर्माण एजेंसियों को काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वही कंपनियां आगामी 10 वर्षों तक जलस्रोत से लेकर घरों में पहुंचे नल तक के मेंटीनेंस के लिए जिम्मेदार होंगे। इस दौरान चाहे इनटेक बेल हो, पानी की टंकियां हों, फिल्टर प्लांट हो या फिर पाईप लाईन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी आने पर कंपनियां उसे तुरंत ठीक करेंगी और टेल तक पानी पहुंंचाने की जिम्मेदारी निर्माण कार्यों में लगी कंपनी की होगी।
