स्वास्थ्य विभाग मै एक और घोटाले की तैयारी
प्रतीक खरे
छतरपुर/ गंभीर घोटालो, धाधलियो के कारण लगातार सुर्खियों मै रहने वाले स्वास्थ्य विभाग के अफसर रातो रात एक और बड़े घोटाले को अंजाम देने के लिए नूरा कुस्ती करते हुए नजर आ रहे हैं | हालाँकि कुछ ईमानदार अधिकारियों ने हाथ खड़े कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गुप्ता के अरमानो पर पानी उडेल दिया हैं, अब डॉ गुप्ता ने इस मिशन को अंजाम देने के लिए अपने अधीनस्थ कर्मचारियो पर दवाव वनाना शुरू कर दिया हैं, वे अपने इस मिशन मै कामयाव होते हैं या नहीं यह आने बाला बक्त बतायेगा फिलहाल वे नए घोटाले की सफलता को लेकर पूरी तरह से आशान्वित हैं |
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नवम्बर 2024 मै मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी गुप्ता ने नियमों को ताक पर रख कर आऊटसोर्सिंग का कार्य सेडमेप को आवंटित कर दिया था | अनुबंध के मुताविक एक जनवरी 2025 से आऊट सोर्सिंग की पूरी व्यवस्था सेडमेप को संभालना थी, आनन फानन मै पूर्व से कार्यरत वर्ल्ड क्लास सर्विस कम्पनी ने अपने सभी 249 कर्मचारियो को 31 दिसम्बर 2024 को कार्यमुक्त कर दिया था,लेकिन अव अचानक इसी कम्पनी ने फरवरी 2025 तक के 45 लाख के बिल भुगतान हेतु प्रस्तुत कर दिए हैं विल प्राप्त होते ही डॉ गुप्ता और आऊटसोर्स के डीलिंग क्लर्क ने ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों पर बिल भुगतान हेतु दवाव वनाना शुरू कर दिया हैं यदि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्तक्षेप नहीं किया तो फर्जी विलो के आधार पर वर्ल्ड क्लास सर्विस कम्पनी को 45 लाख का भुगतान होना तय माना जा रहा हैं |
जाँच मे देरी से बढे होशले
सूत्र बताते हैं की डॉ गुप्ता के होसले जाँच मै देरी होने के कारण बढ़ते जा रहे हैं उनके घोटालो की दर्जनों गंभीर शिकायतो की जांचे कलेक्ट्रेट और ज़िला पंचायत कार्यालय की टेबुलो पर धूल खा रही हैं जिस कारण उनके होसले बुलंद हैं और वे लगातार एक के बाद एक घोटालो को अंजाम देते चले जा रहे हैं,जानकारो का कहना हैं डॉ गुप्ता की ऊँची राजनैतिक पहुंच के कारण ही अधिकारी जाँच करने मै कतरा रहे,परिणाम स्वास्थ्य विभाग के धन को दोनों हाथों से लुटाया जा रहा हैं |
