टीएलएम मेले में शिक्षकों ने बनाए अनूठे मॉडल, अव्वल प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित
नौगांव। नई शिक्षा नीति के तहत प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) अन्तर्गत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) में गुरुवार को आयोजित जिला स्तरीय टीचर लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) मेला में भाषा विकास, रचनात्मक विकास और संज्ञानात्मक विकास पर जिले के चयनित 54 स्कूलों में से 45 स्कूलों के शिक्षकों ने सहभागिता कर प्री प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाने, लिखाने और समझाने के लिए नई-नई पहल करते हुए अपने प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया। प्रत्येक विधा में अव्वल शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
डाइट प्राचार्य आरके वर्मा के निर्देशन में दो हाल में टीएलएम मेला लगाया गया। इसके पहले इन शिक्षकों को बाकायदा प्रशिक्षित किया गया था। सभी सहभागियों ने नन्हे बच्चों में भाषा, संख्या की समझ और रचनात्मक प्रवृत्ति विकसित करने के लिए अनूठे मॉडल बनाकर प्रस्तुत किए थे। इन सभी का बारीकी से अवलोकन करने के लिए प्राचार्य ने निर्णायक कमेटी बनाई थी जिसमें एक्सीलेंस नौगांव प्राचार्य एमपी अहिरवार, ईसीसीई प्रभारीअलका खरे और मास्टर ट्रेनर गौरी बाजपेई को शामिल किया गया था।
डाइट प्रोगामर जितेंद्र कुमार खरे ने बताया किनिर्णायक कमेटी ने भाषा विकास में मिडिल स्कूल कलानी ईशानगर के कमलेश कुमार अहिरवार प्रथम, हाईस्कूल रनगुवा राजनगर के पुलकित सिह द्वितीय और हाई स्कूल भैरा राजनगर की शिवानी रघुवंशी ने तृतीय स्थान हासिल किया। रचनात्मक विकास में हाई स्कूल तिल्होना, राजनगर की श्वेता सिंह प्रथम, हाई स्कूल सोरखी बड़ा मल्हारा की प्रियंका पाण्डेय द्वितीय रहीं तथा मिडिल स्कूल कुटिया लवकुशनगर की खुशबू राजौरे ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। संज्ञानात्मक विकास मे हाई स्कूल ज्योराहा की रश्मि सैनी ने पहला स्थान पाया। मिडिल स्कूल सेंधपा बड़ामलहरा की अरुणा मिश्रा को दूसरा और कन्या उमावि छतरपुर की दीपिका नातू तीसरे स्थान पर आईं। विजेता शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र के साथ शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया।
