आऊटसोर्स घोटाले मै प्रशासन की चुप्पी पर उठने लगे सवाल
छतरपुर /पिछले महीने स्वास्थ्य विभाग मै हुए आऊटसोर्स घोटाले का तथ्यात्मक भंडा फोड होने के बाद भी जिला प्रशासन की गहरी चुप्पी पर अब सबाल उठने लगे हैं,प्रशासन के लुंज-पुंज और ढुलमुल रवैये पर सवाल उठना इसलिए भी लाजमी हैं की जिला प्रशासन की छतरपुर से लेकर भोपाल तक छीछालेदर होने के बाद भी कार्यवाही तो दूर इस गंभीर आर्थिक अपराध की जाँच कराना भी जिम्मेदार अफसर उचित नहीं समझ रहे हैं, इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं यह किसी की समझ मै नहीं आ रहा हैं | हाँ चौराहो पर चर्चा घोटाले वाजो की मनी पावर की जरूर हो रही हैं |
क्या हैं मामला
मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरपी गुप्ता ने सेडमैप की विजनिस पार्टनर एजेंसी वर्ल्ड क्लास सर्विस के साथ मिल कर बगैर कोई चयन प्रक्रिया अपनाये लगभग 170 कर्मचारियो की सेडमैप से सिफारिस कर उन्हें आऊटसोर्स एजेंसी के माध्यम से नौकरी दिलवा दी| इस के एवज मै ढ़ेड करोड़ से भी अधिक की बसूली किये जाने के आरोप हैं, रिश्वत खोरी की हदे यहां तक थी की एक रिटायर्ड सीएमएचओ की बहु से भी तीस हजार बसूल लिए गए, और भतीजे ने पैसे नहीं दिए तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया,जिला चिकित्साल मै तेनात गरीव गार्डो को भी नहीं बक्शा गया,सूत्र बताते हैं की डॉ गुप्ता ने अपने अधिकार क्षेत्र से वाहर जाकर जिला चिकित्सालय मै भी नियुक्तियां ठोक दी, वह भी चार महीने पहले की डेट मै | नियमानुसार जिला चिकित्सालय मै नियुक्ति का अधिकार उन्हें नहीं था पूरे मामले की ना सिर्फ लिखित शिकायत हुई बल्कि धाधली के सबूत के तौर पर चालीस पन्ने भी अटैच किये गए हैं |इस सब के बाद भी जिला प्रशासन ने आँखो पर पट्टी वाध कर मोन धारण कर लिया हैं |
लीपा पोती मै जुटे घोटालेवाज
आऊटसोर्स भर्ती घोटाले की शिकायत होने और मामला अखवार की सुर्खियों मै आने के बाद डॉ गुप्ता ने प्रशासन की ढील पोल का लाभ उठाते हुए पूरे मामले मै लीपा पोती की योजना बना कर बैक डेट मै एक दो सदस्यों की समिति गठित कर ली, सूत्रों के मुताविक इस छान वीन समिति मै गुलगंज मै पदस्थ क्लास टू ऑफिसर डीएचओ डॉ धीरेन्द्र गुप्ता वा प्रभारी मलेरिया अधिकारी दिनेश पटेरिया को शामिल किया गया हैं, गोपनीय सूत्र बताते हैं की अत्यंत ईमानदार डीएचओ (1)डॉ धीरेन्द्र गुप्ता ने पिछली तारीखो मै हस्ताक्षर करने से मना कर घोटाले बाजो के अरमान ठन्डे कर दिए हैं, लेकिन गरीव वेरोजगार युवकों के हितो पर कुठराघात करने बाले अभी भी हिम्मत नहीं हारे हैं और डीएचओ पर बेक डेट मै दस्तखत करने के लिए दवाव बना रहे हैं |
