जिला पंचायत सीईओ करेगी स्वास्थ्य विभाग के आऊटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच
छतरपुर / जिले के वहुचर्चित आऊटसोर्स घोटाले को कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने गंभीरता से लिया हैं उन्होने स्वास्थ्य विभाग मै हुए इस बड़े घोटाले के जाँच की जिम्मेदारी जिला पंचायत की तेज तर्राट मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईएएस तपस्या सिंह परिहार को सौपी हैं और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं | कलेक्टर की इस कार्यवाही से स्वास्थ्य विभाग मै हड़कम्मप मची हुई हैं | उधर सेडमैप के अधिकारी भी अपनी इन पेनल्ड येजेंसी वर्ल्ड क्लास सर्विस के कारण हुई बदनामी से आहत हैं और सीएमएचओ द्वारा फर्जी तरीके से अनुमोदित की गई पूरी सूची को रद्द करने की तैयारी मै जुट गऐ हैं |
ज्ञात हो की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर पी गुप्ता ने जनवरी महीने मै सेडमैप की आड़ लेकर तकरीवन 140 नये कर्मचारियो की रातो रात सिफारिस कर उन्हें सेड मेप से अपने विभाग मै नियुक्त करवा लिया हैं लेकिन डॉ गुप्ता यह नहीं बता पा रहे हैं की आखिर इन 140 लोगो के वायोडाटा उन तक कैसे पहुचे और उन्होंने आऊटसोर्स नियुक्ति के लिए कर्मचारियो के चयन की क्या प्रक्रिया अपनाई | जिले मै हुए इस भारी भृष्टाचार से जिले के आला अधिकारियों की कार्य शैली पर भी प्रश्न चिन्ह लगना शुरू हो गए थे सेड मैप की साफ सुथरी शाख पर भी बट्टा लग रहा था, कलेक्टर ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और पूरे घोटाले की बिंदुबार जाँच के निर्देश जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी तपस्या परिहार को दिए हैं |
