समझाईश देने गई टीम पर पथराव, बैरंग लौटे अधिकारी
ग्रेनाईट कंपनी को उत्खनन नहीं करने दे रहे ग्रामीण, पहाड़ को बता रहे गाँव की पहचान
छतरपुर। गौरिहार क्षेत्र के ग्राम क्यूटी में स्थित एक पहाड़ पर स्वीकृत ग्रेनाईट खदान से ठेकेदार लम्बे समय से गे्रनाईट का उत्खनन नहीं कर पा रहा था। ठेकेदार जब भी यहां गे्रनाईट का उत्खनन करने पहुंचता तो ग्रामीण उसे काम नहीं करने देते थे। ठेकेदार की शिकायत पर शुक्रवार को खनिज अधिकारी एसडीएम तहसीलदार सहित तीन थानों की पुलिस जब ग्रामीणों को समझाईश देने मौके पर पहुंची तो गाँव के लोगों ने एकजुट होकर अधिकारियों को खदेड़ दिया जिस कारण पूरी टीम को बैरंग वापिस लौटना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम क्यूटी के खसरा नम्बर 335 में इंदौर की लिथोस ग्रेनाईट कंपनी को ग्रेनाईट की खदान आबंटित है। यह खदान ग्रामीण आबादी से महज 300 मीटर की दूरी पर है। जिस कारण ग्रामीणों को आशंका है कि यहां होने वाले ब्लास्ट से पत्थर उछलकर लोगों के घरों पर गिरेंगे जिससे कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है तो वहीं दूसरी ओर ग्रामीण गे्रनाईट उत्खनन के लिए स्वीकृत पहाड़ को अपने गांव की पहचान बता रहे हैं और कहते हैं कि यह पहाड़ उनकी गांव की पहचान है। पहाड़ के बाजू में ही हनुमान जी का मंदिर है जहां लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई है। शुक्रवार को ठेकेदार की मांग पर खनिज अधिकारी, एसडीएम और तहसीलदार गौरिहार, सरबई और गौयरा पुलिस थानों से पुलिस बल लेकर मौके पर ग्रामीणों को समझाने पहुंचे लेकिन उलटा प्रशासनिक अधिकारियों को ही विरोध के चलते वापिस लौटना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अधिकारियों का विरोध करने के लिए पुरूषों के साथ-साथ महिलाएं भी हाथों में डंडे लेकर घरों से बाहर निकल पड़ी और अधिकारियों पर पथराव किए जाने की भी खबरें आ रही हैं। ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए अधिकारियों को बैरंग वापिस लौटना पड़ा। सूत्र बताते हैं कि इससे पहले भी ग्रामीण दो बार अधिकारियों को मौके से खदेड़ चुके हैं।
