चयनित महिला फुटबाल टीम को अपात्र बता कर इंटर यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में जाने से रोका
महिला फुटबाल खिलाड़ियों ने विवि के संचालक शारीरिक शिक्षा डॉ वीपी सिंह गौर पर लगाए गंभीर इल्ज़ाम
छतरपुर। संभाग स्तरीय महिला फुटबाल टूर्नामेंट जीतने के बावजूद चयनित महिला फुटबाल टीम को कोटा, राजस्थान में 8 दिसंबर से आयोजित पश्चिम क्षेत्रीय इण्टर यूनिवर्सिटी फुटबाल महिला टूनार्मेन्ट में भाग लेने से अपात्र बता कर रोक दिया गया। चयनित महिला फुटबाल टीम ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम लिखित शिकायत करते हुए महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर के संचालक शारीरिक शिक्षा डॉ वीपी सिंह गौर पर गंभीर इल्ज़ाम लगा कर जांच की मांग की है।
चयनित फुटबाल महिला टीम की खिलाड़ियों शेख सानिया, मोनिका यादव, आरती राय, द्रोपती सिंह लोधी, नीतू अहिरवार, आकांक्षा अहिरवार, चंचल अहिरवार, दिया यादव, नीलम राजपूत, रंजना अहिरवार, शिवानी अहिरवार, ज्योति रैकवार, तमन्ना शाह ने शिकायत में बताया कि शासकीय पीजी कॉलेज टीकमगढ़ में 23 नम्बर को संभाग स्तरीय महिला फुटबाल टूर्नामेंट आयोजित किया गया था। जिसमें संभाग के दो जिलों ने सहभागिता की थी। टीकमगढ़ जिले की छात्राओं ने छतरपुर जिले की छात्राओं को 15-0 से हराकर ट्राफी अपने नाम की थी। चयनित टीम को कोटा, राजस्थान में 8 दिसंबर से आयोजित पश्चिम क्षेत्रीय इण्टर यूनिवर्सिटी फुटबाल महिला टूर्नामेंट में भाग लेना था। प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु टीकमगढ़ कॉलेज के क्रीड़ा सचिव सोमित बनर्जी ने डॉ वीपी सिंह गौर संचालक शारीरिक शिक्षा से व्यक्तिगत संपर्क किया तो उन्होंने टीम को अपात्र बता दिया। जबकि शासन के नियमानुसार संभाग दल के चयन हेतु संचालक डॉ गौर ने ही दो सदस्यीय चयन समिति बनाई थी। जिसमें खेल विशेषज्ञ के रूप में बशीर खान एवं संचालक प्रतिनिधि के रूप डॉ अखिलेश अहिरवार व आयोजन समिति अध्यक्ष प्राचार्य द्वारा विश्वविद्यालय की टीम का विधिवत चयन किया गया था।
इस संबंध में खिलाड़ी छात्राओं ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल एवं खेल संचालक डॉ गौर से टीम भेजने हेतु संपर्क किया तो उन्होने उनसे अभद्रता कर कहा कि तुम लोगों का चयन निरस्त किया जाता है। जबकि चयनित खिलाड़ियों में अधिकांशतः खिलाड़ी यादव, अहिरवार एवं पिछड़े वर्ग के हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा खेल में चयन भी जाति के आधार पर किया जाता है जबकि फुटबाल जैसे खेल में छात्राएं बड़ी मुश्किल से भाग लेती है। उन्होंने पूछा कि चयन होने के बाद भी उन्हें कोटा राजस्थान क्यों नही भेजा गया। महिला खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के खेल संचालक डॉ गौर भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं में लिप्त है। पिछले वर्ष वेस्ट जोन कबड्डी महिला में 40 लाख का बड़ा घोटाला भी उनके द्वारा किया गया था। इस वर्ष विश्वविद्यालय की बेडमिंटन महिला-पुरुष, हॉकी महिला-पुरुष, वॉलीबाल महिला-पुरुष, बास्केटबॉल महिला-पुरुष, जूडो महिला- पुरुष, फुटबाल पुरुष की टीमों ने बिना ट्रेक शूट के इस कड़क सर्दी में सहभागिता की है, यह भी जांच का विषय है। महिला खिलाड़ियों ने उच्च शिक्षा मंत्री, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक सागर संभाग को भी शिकायत भेजी है।
