सेडमैप की बर्बादी पर सरकार की चुप्पी, शिवराज सरकार के रसूखदार आईएएस अफसरों की चहेती ईडी का एक और कारनामा उजागर
भोपाल। प्रदेश भर के हजारों युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देने वाले उद्मिता विकास केन्द्र सेडमैप की बर्बादी के किस्से अब गली चौराहों पर गूंज रहे हैं। एमपी नगर थाने में इस विभाग की मुखिया अनुराधा सिंघई के विरूद्ध न्यायालय के निर्देश पर धोखा-धड़ी का अपराध भले ही दर्ज हो गया हो पर पुलिस उसे गिरफ्तार करने की अब तक हिमाकत नहीं जुटा पाई है और मेडम सेडमैप के मजबूत किले की एक-एक ईंट खिसका कर उसे बर्बाद करने पर तुली हैं पर सरकार चुप्पी साधकर बैठी हुई है। अपने ढ़ाई साल के कार्यकाल में सेडमैप की एकज्यूकेटिव डायरेक्टर की प्रताड़ना से त्रस्त होकर एक दर्जन से भी अधिक कर्मचारी कम्पलसरी रिटार्यमेंट लेकर घर बैठ गए हैं। लेकिन मेडम की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा। बताते हैं कि शिवराज सरकार के कुछ रसूखदार आईएएस अफसरों का खुला संरक्षण होने के कारण नई नवेली सरकार के अधिकारी भी इस दबंग लेडी अफसर के विरूद्ध कार्यवाही करने में डर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसे देख सुनकर सभी हैरान और परेशान हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेडमैप की ईडी अनुराधा सिंघई ने अपने दो ईमानदार कर्मचारियों को केवल इस लिए जबरन कम्पलसरी रिटायरमेंट दे दिया कि सेडमैप पर आर्थिक बोझ ज्यादा है और दूसरे ही दिन रिटायरमेंट हुए एक चहेते कर्मचारी को दो साल की सेवा वृद्धि दे दी। जिस कर्मचारी को सेवा वृद्धि दी गई है उसे ईडी का मुख्य फीलगुड और शुभलाभकर्ता के साथ ही भामाशाह बताया जा रहा है। बताते हैं कि ईडी ने अपने पत्र क्रमांक CEDMAP/EDS/266 दिनांक 02/01/2024 के जरिए प्रोजेक्ट क्वाडिनेटर रविकांत मिश्रा और पत्र क्रमांक CEDMAP/EDS/267 दिनांक 02/01/2024 के जरिए प्रोजेक्टर क्वाडिनेटर मनोज कुमार सक्सेना को कम्पलसरी रिडार्यमेंट देकर घर बैठा दिया तो वहीं दूसरी ओर अपने पत्र क्रमांक CEDMAP/EDS/271 दिनांक 03/01/2024 के जरिए बुजुर्ग होकर रिटायर्ड हो चुके बीपी सिंह को दो साल की सेवा वृद्धि दे दी। अब विचारे कम्पलसरी रिटायर्ड हुए दोनों कर्मचारी सरकार से पूंछ रहे हैं कि ‘‘मैं बैरी सुग्रीव प्यारा, कारण कवन नाथ मोह मारा‘‘
