बीएड कॉलेज प्राचार्य क़ी मनमानी, कोर्ट का आदेश ठेंगे पर
छतरपुर /शासकीय शिक्षा महा विद्यालय छतरपुर के प्राचार्य एम के त्रिपाठी इन दिनों अपनी मनमानियों क़ो लेकर खासे चर्चा में है | उन्होने परम स्वतंत्र ना सिर पर कोई का मूल मंत्र अपना कर उच्च न्यायालय जबलपुर के आदेश क़ो ठेंगा दिखा दिया है | अव लोग यह नहीं समझ पा रहे है आखिर इनसे कोर्ट के आदेश का पालन कौन करवायेगा |
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्राचार्य श्री त्रिपाठी के खासम-ख़ास एक राजदार कर्मचारी का तबादला कुछ दिनों पहले डाइट नौगांव के लिए हो गया था,अचानक हुए इस तबादले से श्री त्रिपाठी विचलित हो गये | बो स्थानात्रित कर्मचारी क़ो किसी भी क़ीमत पर कार्य मुक्त नहीं करना चाहते थे | इसी बीच उक्त कर्मचारी ने तबादले के विरुद्ध उच्च न्यायलय क़ी शरण ले ली, उच्च न्यायालय जबलपुर ने अधिकारियों क़ो उक्त मामले में एक माह के अंदर निर्णय लेने के निर्देश दिए | कोर्ट के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी के समछ उक्त कर्मचारी ने आवेदन प्रस्तुत किया जिसे परिक्षण के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने रद्द कर दिया | नियमानुसार इस आबेदन के रद्द होने के बाद उक्त कर्मचारी क़ो छतरपुर बी एड कॉलेज से मुक्त होकर डाइट नौगांव में अपनी उपस्थित देना चाहिए थी | पर प्राचार्य त्रिपाठी ने कोर्ट के आदेश क़ो ठेंगा दिखाते हुए उसे आज तक कार्य मुक्त नहीं किया | सूत्र बताते है क़ी यह स्थानांतरित कर्मचारी बी एड कॉलेज के काले पीले गोलमाल का ना सिर्फ राजदार है बल्कि कई गड़बड़ियों में हिस्सेदार भी है |
इनका कहना है :-
स्थानानंतरित कर्मचारी ने डी ई ओ के यहां दोबारा आबेदन प्रस्तुत किया है जिसके निराकरण क़ी प्रतीक्षा क़ी जा रही है |
श्री एम के त्रिपाठी
प्राचार्य
शासकीय शिक्षा महा विद्यालय
