एक्स-रे मशीन 10 माह से खराब
छतरपुर /बिजावर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डिजिटल एक्स-रे मशीन करीब 10 महीने से खराब है। मशीन केवल इसलिए नहीं सुधारी जा रही है कि 3 साल से अधिक समय से सरकारी अस्पताल में एक्स-रे मशीन संचालित होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग इसे अभी तक विभागीय सामग्री नहीं मान रहा है। दरअसल लोगों को व्यापक परेशानी होने के चलते क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला ने पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बिजावर में एक्स-रे मशीन उपलब्ध करवाए जाने की मांग की थी। लेकिन काफी समय बीत जाने पर जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिजावर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे मशीन नहीं लगवाई गई और लोगों को परेशानी बढ़ रही थी । घटना दुर्घटना के समय लोगों को भारी दिक्कत हो रही थी। इसके मद्दे नजर बिजावर विधायक राजेश शुक्ला ने विधायक निधि से करीब 14 लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर कलेक्टर के माध्यम से एक्स-रे मशीन बिजावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध करवाई। इस पर 25 नवंबर 2021 को विधिवत कार्यक्रम कर एक्स-रे मशीन की सुविधा बिजावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आरंभ हो गई। जिसके चलते लोगों को काफी सुविधा मिल गई थी। पहले कई बार किसी घटना दुर्घटना के मामले में फ्रैक्चर होने की केवल संभावना के चलते ही लोगों को छतरपुर जाना पड़ता था और वहां पर फ्रैक्चर नहीं निकलने पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी संतोष तो मिलता था । लेकिन व्यर्थ की दौड़ भाग हो जाने से परेशानी होती थी। बिजावर विधायक की पहल पर एक्स-रे मशीन लग जाने से लोगों को काफी राहत मिल गई थी। पहले एक्स-रे करवाने के लिए जैतपुर के लोगों को करीब 100 किलोमीटर दूर छतरपुर जाना पड़ता था। अब आवश्यकता होने पर उन्हें केवल 60 किलोमीटर दूर बिजावर जाकर यह सुविधा मिलने लगी थी। कुछ दिनों तक मशीन का संचालन सही तरीके से होता रहा । इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिजावर एक्स-रे मशीन का संचालक ही हटा दिया गया था। इस मामले में बिजावर विधायक राजेश शुक्ला ने फिर पहल की और एक्स-रे मशीन का संचालन फिर से शुरू हो गया था । अब करीब 10 माह से मशीन तकनीकी खराबी के चलते ठप पड़ी है। इस मामले में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। दरअसल मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इस तरह की मशीने सुधारने का जिम्मा एओवी इंटरनेशनल एलएलपी के पास है। लेकिन इस कंपनी के कर्मचारी ने यह कहकर मशीन सुधारने से इनकार कर दिया है कि उन्हें केवल स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाई गई मशीन सुधारने की ही जिम्मेवारी दी गई है। अब मशीन फिर से खराब होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केवल फ्रैक्चर की आशंका दूर करने के लिए लोगों को दर्द की हालत में छतरपुर भागना पड़ता है। अब यहां अहम सवाल यह है कि एक तो यह मशीन स्वास्थ्य विभाग को लगानी चाहिए थी। अगर उन्होंने नहीं लगाई और विधायक ने लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए विधायक विकास निधि से इसे लगवाया है । तो फिर इसको सुधारने में कोताही नहीं बरती जानी चाहिए थी। इस मामले में सीएमएचओ आरपी गुप्ता ने कहा कि मशीन सुधारने में आ रही परेशानी को दूर करने के लिए भोपाल स्तर पर बातचीत की जा रही है।
