जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे प्रमोद त्रिपाठी
छतरपुर l मध्य प्रदेश के छतरपुर में बढ़ते सड़क हादसों में गुजरी रात एक नई कड़ी तब जुड़ गई जब भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत अधिकारी एवं आकाशवाणी छतरपुर के अकाश्मिकमें उद्घोषक तथा मशहूर कार्यक्रम संचालक प्रमोद त्रिपाठी को अज्ञात वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया l दुर्घटना आजाद थाने के सामने घटी l मरणासन्न हालत में उन्हें छतरपुर के नर्मदा अपना अस्पताल में ले जाया गया जहां से नाजुक हालत में इलाज के लिए झांसी रेफर कर दिया गया l तीन दिन इलाज के बाद भी हालत में कोई सुधार न होने के कारण डॉक्टरों ने जवाब दे दिया झांसी से उन्हें पुनः छतरपुर के नर्मदा अपना अस्पताल में दाखिल कराया गया है l जहां वे जिंदगी और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं l प्रमोद त्रिपाठी सेवानिवृत प्राचार्य गीता त्रिपाठी के पति तथा नर्मदा अपना अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर उत्कर्ष त्रिपाठी के पिता हैं l
